मुक्तक..
दिलो में दर्द उठता है तो नगमा लिख ही जाता है।
न हो गर प्यार वसुधा से तो जालिम बिक ही जाता है।
कोई कितनी भी करले कोशिशे बदनाम करने की।
कभी सच से न हो परदा कि वो तो दिख ही जाता है
@संदीप कुशवाहा
दिलो में दर्द उठता है तो नगमा लिख ही जाता है।
न हो गर प्यार वसुधा से तो जालिम बिक ही जाता है।
कोई कितनी भी करले कोशिशे बदनाम करने की।
कभी सच से न हो परदा कि वो तो दिख ही जाता है
@संदीप कुशवाहा
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